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घर बैठे पैसे कैसे कमाए.

हेलो दोस्तों मैं सोनू हाजिर हूं आपके लिये एक और नये ब्लॉग मे.         आज हम जानने वाले है कि कैसे हम घर बैठे ऑनलाइन के माध्यम से पैसे कमा सकते है.          जैसा कि दोस्तों मैंने आपको ऊपर डिस्क्रिप्शन मे बताया है कि घर बैठे पैसे कैसे कमाए.           वैसे तो आज के समय मे पैसे कमाने के अनेक उपाए है और उन उपायों से कई लोग अच्छे खासे पैसे भी कमा रहे है, उन्ही मे से एक है ऑनलाइन बिजनेस के माध्यम से पैसे कमाना.         आज इंटरनेट के ज़माने मे लोग कई प्रकार के बिजनेस कर रहे है, और बिजनेस ही आज के ज़माने मे एक ऐसा माध्यम बन गया है जिससे कई लोग सफल हो रहे है और बुलंदियों को  छू रहे है, क्योंकि वर्तमान समय किसी कंपनी मे काम करने वाला इम्प्लॉय भी इतना नहीं कमा पता है, जितना कि एक बिजनेस मैंन कमाता है.         चलिए दोस्तों मैं आपको बता देता हूं, कि ऑनलाइन बिजनेस कैसे किया जाता है, और उसके लिए आपको कम्पनी मे कैसे वर्क करना है,         मैं आपको जिस एफलाइट मार्केटिंग कि बात कर रहा हूं उसमे मैं स्वयं भी ज्वाइन हूं.          यह एक ऐसा प्लेटफार्म है, जहा से आपको लाखो रूपए कमा सकते हो, बस आपको म

अमृत महोत्सव के अंतर्गत 13 से 15 अगस्त मे तिरंगा फहराने वाले नागरिक रखे इन बातो का ध्यान.

हेलो दोस्तों मैं सोनू हाजिर हूं आपके साथ एक और नई जानकारी के साथ.          जैसा कि दोस्तों आप सभी को पता है कि हमारे देश के आजादी के 75 वर्ष पूर्ण हो गए है इसी के उपलक्ष्य मे हमारे देश कि सरकार और देश के नागरिक इस उपलब्धि को बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मना रहे है.          वही एक और जहाँ देश के नागरिक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के सम्मान मे हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत बड़चढ़ कर हिस्सा ले रहे है वही दूसरी और कई नागरिक राष्ट्रीय ध्वज का अपमान यहाँ- वहां फेकने और गिराने मे कर रहे है.          हमारे देश के नागरिकों को राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करते हुये राष्ट्रीय ध्वज को फहरना चाहिये और समयानुसार ध्वज रोहन भी करना चाहिए.          इन्ही सभी बातो को ध्यान मे रखते हुए मैं आप लोगो को ध्यान इस और आकर्षित करवाना चाहता हूं कि जब भी आप अपने घर मे या किसी दफ़्तर कार्यालय मे राष्ट्रीय ध्वज को फहराते है तो फहरने से पूर्व इन नियमो का ध्यान अवश्य रखे तभी तो होगा तिरंगे का सम्मान.           1-  प्रत्येक नागरिक झंडा संहिता का अनुपालन करेंगे.            2-  राष्ट्रीय ध्वज फहराते समय सदैव तिरंगे मे केस

।। तिरंगे का सम्मान।।

।। तिरंगे का सम्मान।। अंग्रेजों ने देश छोड़ा, वीरो ने दी कुर्बानी । ऐसी थी झांसी की रानी, खूब लड़ी मर्दानी, तिरंगें के सम्मान में।। राष्ट्र पिता गांधी, ज्ञान सागर अम्बेडकर, भगत, सुभाष और कई वीरो ने। जान की बाजी लगा दी तिरंगे के सम्मान में।। चिड़िया घूम रही, विन वीजा, विन पासपोर्ट। क्योंकि सब अपना समझते है, अपना आशियाना, आसमान में, तिरंगें के सम्मान में।। एहमियत पता चली, रूस यूक्रेन वॉर में, जब जान बचाते पडोसी देश के नागरिक आये इसकी आड़ में। नमन करता हूँ इस तिरंगें के सम्मान में।। देश मे नफरत की आग, जलने लगती है, जब तीनों रंग नही होते हैं साथ में। बात उठे जब देश मे इंसानियत की तो करोड़ो हाथ उठते है तिरंगे के सम्मान में।। राजनीति की आड़ में, सम्मान जाए भाड़ में। यही तो चल रहा है आज कल के माहौल में, तिरंगे के सम्मान में।। अनमोल का मोल हो गया, जो आज तक संसद पर लहराता था। वो गली मोहल्ले में गिरता फिरता नजर आयेगा, यही चाहता है तिरंगा अपने सम्मान में।। विडम्बना है देश की, लोग बिकते है दारू, मुर्गे और कैश में। इस तरीके से बात करने वाले, गद्दार बन जाते है देश के।। आवाज उठाओ, देश मे, जनता च

धारा 300 हत्या----

 धारा 300 हत्या एतस्मिन् पश्चात् अपवादित दशाओं को छोड़कर आपराधिक मानव वध हत्या है , यदि वह कार्य , जिसके द्वारा मृत्यु कारित की गई हो , मृत्यु कारित करने के आशय से किया गया हो , अथवा  दूसरा -- यदि वह ऐसी शारीरिक क्षति कारित करने के आशय से किया गया हो जिससे अपराधी जानता हो कि उस व्यक्ति की मृत्यु कारित करना संभाव्य है , जिसको वह अपहानि कारित की गई है , अथवा  तीसरा -- यदि वह किसी व्यक्ति को शारीरिक क्षति कारित करने के आशय से किया गया हो और वह शारीरिक क्षति , जिसके कारित करने का आशय हो , प्रकृति के मामूली अनुक्रम में मृत्यु कारित करने के लिए पर्याप्त हो , अथवा चौथा -- यदि कार्य करने वाला व्यक्ति यह जानता हो कि वह कार्य इतना आसन्नसंकट है कि पूरी अधिसंभाव्यता है कि वह मृत्यु कारित कर ही देगा या ऐसी शारीरिक क्षति कारित कर ही देगा जिससे मृत्यु कारित होना संभाव्य है , और वह मृत्यु कारित करने या पूर्वोक्त रूप की क्षति कारित करने की जोखिम उठाने के लिए किसी प्रतिहेतु के बिना ऐसा कार्य करे ।   दृष्टांत   ( क ) य को मार डालने के आशय से क उस पर गोली चलाता है , परिणामस्वरूप य मर जाता है ।

I.P.C. की धारा 141- क्या है | Unlawful assembly in hindi | विधिविरुद्ध जमाव क्या है?

 विधिविरुद्ध जमाव- भारतीय दंड संहिता की धारा 141  के अनुसार- जहाँ कोई अथवा पांच या अधिक व्यक्तियों का जमाव ''विधिविरुद्ध जमाव'' कहा जाता है , यदि उन व्यक्तियों का , जिनसे वह जमाव गठित हुआ है , सामान्य उद्देश्य हो------- जैसे-  पहला ------ (केंद्रीय सरकार को , या किसी राज्य सरकर को , या संसद को या किसी राज्य के विधान मंडल) , को या किसी लोक-सेवक को , जबकि वह ऐसे लोक-सेवक की विधिपूर्ण शक्ति का प्रयोग कर रहा हो , आपराधिक बल द्वारा या आपराधिक बल के प्रदर्शन द्वारा , आतंकित करना , अथवा)  दूसरा ----- किसी विधि के , या किसी वैध आदेशिका के , निष्पादन का प्रतिरोध करना , अथवा ,  तीसरा -----किसी रिष्टि या आपराधिक अतिचार या अन्य अपराध का करना , अथवा ,  चौथा ------ किसी व्यक्ति पर  आपराधिक बल द्वारा या आपराधिक बल के प्रदर्शन द्वारा , किसी सम्पति का कब्ज़ा लेना या  अभिप्राप्त करना या किसी व्यक्ति को किसी मार्ग के अधिकार के उपयोग से , या जल का उपयोग या उपभोग करने के अधिकार या अन्य अमूर्त अधिकार से जिसका वह कब्ज़ा रखता हो , या उपभोग करता हो , वंचित करना या किसी अधिकार का प्रवर

जानिए- (IPC)भारतीय दंण्ड संहिता की मुख्य धाराएं क्या है? सजा का क्या प्रावधान है?

 धारा 302 हत्या करना  भारतीय दंण्ड संहिता की धारा कई मायनों  बहुत महत्वपूर्ण है अगर किसी पर हत्या का दोष साबित हो जाता हो जाता है तो उसे फासी की सजा या उम्रकैद और जुर्माना हो सकता है हत्या के मामलों मे खासतौर पर हत्या के इरादे और उसके मकसद पर ध्यान दिया जाता है इस तरह के मामलों में पुलिस को सबूतों के साथ यह साबित करना होता है कि हत्या आरोपी ने किया है आरोपी के पास हत्या का मकसद भी था और वह हत्या करने का इरादा भी रखता था।  धारा 395 डकैती डालना भारतीय दंण्ड संहिता की धारा 395 के अनुसार जो कोई व्यक्ति डकैती करेगा तो उसे आजीवन कारावास या किसी एक अवधी के लिए कठिन कारावास जिसे 10 वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है एवं दडित किया जाएगा और साथ ही वह आर्थिक दंड के लिए भी उत्तरदायी होगा। धारा 376 बलात्कार करना भारतीय दण्ड संहिता की धारा 376 के अनुसार किसी भी महिला के साथ बलात्कार करने के आरोपी पर धारा 376 के तहत मुकदमा चलाया जाता है जिसमें अपराध सिद्ध होने की दशा में दोषी को कम से कम 5 साल व अधिकतम 10 साल तक की कड़ी सजा दिए जाने का प्रावधान है। धारा 377 अप्राकृतिक कृत्य करना भारतीय दंण्ड संहित

इन बातो का रखे ध्यान बन जाओगे सफल इंसान.

(1). बड़ा लक्ष्य.   जिनके पास लक्ष्य नहीं होता , उनका मन फालतू कामो और तनाव में उलझा कर रखता है , इसलिए बड़ा लक्ष्य बनाये और रोज़ उसके लिए मेहनत करे.  😊😊🙂🙂 (2). मेहनत   जिंदगी में एक बात हमेशा याद रखिये , जहाँ मेहनत नहीं होती , वह सफलता भी नहीं होती.  😊🙂🙂🙂 (3). टैलेंट   तुम पैदा अमीर हुए हो या गरीब , यह मायने नहीं रखता , लेकिन तुम्हारे अंदर कितना talent है और उससे आप देश को कितना आगे बड़ा सकते हो यह मायने रखता है.  😊🙂🙂😊 (4) . हैसियत   पढाई करो , मेहनत करो , कुछ भी करो , लेकिन कुछ बन जरूर जाओ मेरे दोस्त , क्योंकि आज से 5 साल बाद यह रिस्तेदार आपसे हाल-चाल बाद में और आपकी हैसियत पहले पूछेंगे.  😊🙂🙂😊 (5). दिखावा   सफल व्यक्ति 500/-  रुपये की शर्ट पहनता है , तो वो लोगो को 5000/- रूपये की लगने लगती है , और असफल व्यक्ति 5000/- रूपये की शर्ट पहनता है , तो भी वह लोगो को 500/- रूपये की ही लगती है , इसलिए खुद को सफल बनाने  के लिए मेहनत कीजिये दिखावा नहीं.  😊🙂😊🙂 (6). स्वयं रास्ता बनाये . सिर्फ मरी हुई मछली को पानी का बहाव चलाता है , जिस मछली में जान होती है , वह  अपना रास्ता खुद बना