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पक्षियों के बारे मे 10 रोचक तथ्य। 10 best interesting fact about the bird's in hindi

 (1) "लगभग हर साल 1000 पक्षी शीसे वाली खिड़कीयों से टक्कर होने के कारण मारे जाते हैं."   (2) "विश्व में पक्षियों की 8650 प्रजातियाँ हैं जिन में से 1230 भारत में पाई जाती हैं।"   (3) "फिलिपिन्स में पाया जाने वाला बोया पक्षी प्रकाश में रहने का इतना शौकीन होता है कि अपने घोंसले के चारो और जुगनु भरकर लटका देता है."   (4) "तोतो की तकरीबन 320 प्रजातीया पाई जाती है."   (5) "सुतरमुर्ग पक्षी का अंडा उबालने में 4 घंटे लगते है."   (6) "उल्लु अपनी ऑखे इधर-उधर नही घुमा सकते."   (7) "तोतो की तकरीबन 320 प्रजातीया पाई जाती है."   (8) "तोते बहुत तरह के शब्द सही बोल लेते है. मगर तोते केवल वही शब्द सीखते है जो इन्हें सिखाए जाते है जा फिर यह नकल करते है. जंगली तोते नकल नही कर सकते. सिर्फ पालतु तोते ही नकल कर सकते है. अफरीका के भूरे तोते सबसे ज्यादा नकलची होते है."   (9) "न्युजीलैंड़ के कई पक्षी अंन्धे होते है."   (10) "एक मुर्गी को 12 अंडे देने के लिए लगभग 1.5 किलो खुराक की आवश्कत

किताबें झाँकती हैं। गुलज़ार साहब की बेस्ट हिंदी कविता।

 किताबें झाँकती हैं बंद आलमारी के शीशों से, बड़ी हसरत से तकती हैं. महीनों अब मुलाकातें नहीं होतीं, जो शामें इन की सोहबत में कटा करती थीं. अब अक्सर ....... गुज़र जाती हैं 'कम्प्यूटर' के पदों पर. बड़ी बेचैन रहती हैं किताबें .... इन्हें अब नींद में चलने की आदत हो गई है बड़ी हसरत से तकती हैं, जो क़दरें वो सुनाती थीं, कि जिनके 'सेल' कभी मरते नहीं थे, वो क़दरें अब नज़र आतीं नहीं घर में, जो रिश्ते वो सुनाती थीं. वह सारे उधड़े-उधड़े हैं, कोई सफ़ा पलटता हूँ तो इक सिसकी निकलती है, कई लफ़्ज़ों के मानी गिर पड़े हैं. बिना पत्तों के सूखे ठूँठ लगते हैं वो सब अल्फ़ाज़, जिन पर अब कोई मानी नहीं उगते, बहुत-सी इस्तलाहें हैं, जो मिट्टी के सकोरों की तरह बिखरी पड़ी हैं, गिलासों ने उन्हें मतरूक कर डाला. ज़ुबान पर ज़ायका आता था जो सफ्हे पलटने का, अब ऊँगली 'क्लिक' करने से बस इक, झपकी गुज़रती है, बहुत कुछ तह-ब-तह खुलता चला जाता है परदे पर, किताबों से जो ज़ाती राब्ता था, कट गया है. कभी सीने पे रख के लेट जाते थे, कभी गोदी में लेते थे, कभी घुटनों को अपने रिहल की सूरत बना कर. नीम-सजदे में पढ़

10 best zindagi status for a happy life in hindi. जिंदगी को सही मायने मे जीने के तरीके.

मेरी छोटी सी ज़िन्दगी से,  मुझे बहुत बड़ा सबक मिला है,  की रिस्ता सबसे रखना, लेकिन उम्मीद किसी से नहीं.   ------------------------------------------------------------------- ज़िन्दगी का सफर तो बहुत सुहाना होता है मगर तकलीफ तो किसी से ज्यादा उमीदें रखने से होती है।  ------------------------------------------------------------------- यह सच है की इंसान अपनी जरूरत के हिसाब से चलता है, जब इंसान की  जरूरत बदल जाती है,  तब उसका बात करने का तरीका बदल जाता है।  ------------------------------------------------------------------- जिंदगी मे मुझे कुछ ऐसे अजनबी मिले  जो मुझे अपना बना गए,  और कुछ अपने ऐसे निकले,   जो मुझे अजनबी बना गए।  -------------------------------------------------------------------

10 सकारात्मक विचार जो बदल देंगे आपकी ज़िन्दगी.

(1) सफलता की राह मे, गलतियों से ही अनुभव का, निर्माण होता है।  (2) देखा हुआ सपना,  सपना ही रह जाता है,  जब तक उसे पूरा करने के लिए मेहनत ना की जाये।  (3)  ज़िन्दगी की मुश्किलों को, अपनों के बीच रख दीजिए, या तो अपने रखेंगे या फिर मुश्किलें रहेंगी।  (4)  कामयाबी की सीढ़ी चढ़कर,  घमंड मत रखना मेरे दोस्त,  क्योंकि जो सीढ़िया उप्पर की और जाती है,  वो वापिस नीचे की और भी आती है।  (5) जायदा ख्वाहिश मत रखिये ज़िन्दगी से, बस अगला कदम पिछले से बेहतर होना चाहिये।  

Friendship day क्या है? इसका इतिहास क्या है? इस साल friendship कब मनाया जा रहा है?

इस साल फ्रेंडशिप डे कब मनाया जा रहा है?   बच्चा हो या बड़ा दोस्तों की हर किसी की लाइफ में एक अलग जगह होती है. एक सच्चे दोस्त के बिना जिंदगी बोरिंग लगने लगती है. ऐसे ही सच्चे दोस्तों की याद में हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है. इस साल दोस्ती का यह त्योहार 4 अगस्त को मनाया जा रहा है. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इस दिन की शुरुआत कब और कैसे हुई थी.बच्चा हो या बड़ा दोस्तों की हर किसी की लाइफ में एक अलग जगह होती है. एक सच्चे दोस्त के बिना जिंदगी बोरिंग लगने लगती है. ऐसे ही सच्चे दोस्तों की याद में हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है. इस साल दोस्ती का यह त्योहार 4 अगस्त को मनाया जा रहा है. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इस दिन की शुरुआत कब और कैसे हुई थी. इस दिन को फ्रेंडशिप के रूप में  पहले किसने मनाया होगा. अगर आपके मन को भी ये सवाल अक्सर परेशान करते हैं तो चलिए आपकी परेशानी दूर करते हुए आपको बताते हैं कि आखिर कब और कैसे हुई फ्रेंडशिप डे मनाने की शुरूआत.   फ्रेंडशिप डे का इतिहास- फ्रेंडशिप डे की शुरुआत साल 1935 में अमेरिका से हुई थी. कहा जात

यही तो ज़िंदगी है.

कुछ दबी हुयी ख्वाइशे है , कुछ मंद मुस्कराहट है || कुछ खोये हुए सपने है ,  कुछ अनसुनी अहाटे है || कुछ दर्द भरे लम्हे है ,  कुछ सुकून भरे पल है ||  कुछ थमे हुए तूफ़ान है , कुछ मद्धम सी बरसात है ||  कुछ अनकहे अल्फ़ाज़ है ,  कुछ न समझे इशारे है ||  कुछ उलझने है रहो में ,  कुछ कोशिशे बेहिसाब है ||  यही तो ज़िंदगी है , बस यही  तो ज़िंदगी है || 

मैं बोझ नहीं हूँ.इस दुनियां को समझाओ न पापा. हिंदी कविता. Best poetry in Hindi.

नमस्कार दोस्तों आज जो पोस्ट लेकर आया वह बहुत ही अच्छी है , क्यूंकि इस पोस्ट में एक बेटी ने जो बाते अपने पिता से कही है उसने मेरे दिल को छुआ है , इस पोस्ट में सामाज में हो रहे बेटियों के प्रति अत्याचार के बारे में बहुत मार्मिकता से चित्रण किया है  दोस्तों इस पोस्ट को जिस किसी लेखक ने लिखा है मैं उनका  यहाँ नाम तो नहीं बता सकता लेकिन इस पोस्ट ने मेरे दिल की गहराईयों में जगह बनायीं है , इस पोस्ट में बेटी ने अपनी ख्वाईशो का बहुत ही मार्मिक और गंभीर चित्रण किया है एवं समाज को बदलने की गुजारिश की है यदि आपको यह छोटी सी कविता अच्छी लगे तो जरूर सबके साथ आगे शेयर करियेगा धन्यवाद🙏 श्याम हो गयी है अभी तो ,   घूमने चलों न पापा?  चलते चलते थक गयी हूँ ,  कंधे पर बैठा लो न पापा? अँधेरे से डर लगता है, सीने से लगा लो न पापा?  मां तो सो गयी है ,  आप ही थपकी देकर सुला दो न पापा?  स्कूल तो पूरी हो गयी ,  अब कॉलेज जाने दो न पापा?  पाल पौस कर बड़ा किया ,  अब जुदा तो मत करो न पापा?  अब डोली में बैठा ही दिया ,